- देर रात 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी किया गया
- नोटिस में पूछा गया कि क्यों न आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए
- भारतीय किसान यूनियन ने ऐलान किया कि वो आंदोलन से अलग हो रहे हैं
नई दिल्ली 28 जनवरी (एजेंसी) ताज़ा प्राप्त जानकारी के अनुसार 26 जनवरी को दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस ने जहाँ पहले 37 किसान नेताओं को रैली की शर्तें तोड़ने का आरोपी बनाते हुए उनके खिलाफ FIR दर्ज की थी, वहीँ देर रात 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी कर पूछा कि क्यों न आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए, 3 दिन में इसका जवाब दें। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस मामले में भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के खिलाफ FIR पहले ही हो चुकी है, हालाँकि इसके बावजूद उनके तेवर में बदलाव नज़र नहीं आया हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर बुधवार रात 8 बजे बिजली काटने से टिकैत गुस्सा हो गए।
बता दे कि दिल्ली की सीमाओं पर 2 महीने से शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा किसान आंदोलन मंगलवार की हिंसा के बाद बिखरता नजर आ रहा है। एक तरफ पुलिस उपद्रवियों और किसान नेताओं की घेराबंदी करने में जुटी है, तो दूसरी तरफ किसान संगठनों में फूट भी जगजाहिर हो गई। सूत्रों के अनुसार बुधवार शाम 4 बजे राष्ट्रीय मजदूर किसान संगठन और भारतीय किसान यूनियन ने अचानक ऐलान कर दिया कि वे आंदोलन से अलग हो रहे हैं।
मैं कल की घटना से इतना दुखी हूं कि इस समय मैं चिल्ला बॉर्डर से घोषणा करता हूं कि पिछले 58 दिनों से भारतीय किसान यूनियन (भानु) का जो धरना चल रहा था उसे खत्म करता हूं: ठाकुर भानु प्रताप सिंह अध्यक्ष, भारतीय किसान यूनियन (भानु) pic.twitter.com/8WENsOrLT9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 27, 2021