New Delhi, 01 अक्टूबर (एजेंसी)। 2 अक्टूबर को पुरे भारतवर्ष में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के रूप में मनाया जाता है । ज्ञात हो कि मोहनदास करमचंद गांधी को उनकी नीतियों और आंदोलनों के लिए जाना जाता है, इतना ही नहीं अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध में गांधी भारत के लोगों के लिए एक महान नेता, समाज सुधारक और मौलिक व्यक्ति साबित हुए थे ।
सम्मान देने के लिए लोग उन्हें बापू कहते हैं। उन्होंने अंहिसा आंदोलन की स्थापना की और स्वतंत्र भारत अभियान के लिए सभी भारतीयों को एकजुट किया। महात्मा गांधी के काम ही नहीं , बल्कि दर्शन और अनमोल विचार ने लोगों को प्रेरित किया है। आइए जानते हैं राष्ट्रपिता के कुछ प्रेरक उद्धरण, जो जीवन में सफल होने में मदद करेंगे।
1.व्यक्ति अपने विचारों के सिवाय कुछ नहीं है। वह जो सोचता है, वह बन जाता है।
- कमजोर कभी क्षमाशील नहीं हो सकता है। क्षमाशीलता ताकतवर की निशानी है।
- धैर्य का छोटा हिस्सा भी एक टन उपदेश से बेहतर है
- व्यक्ति अपने विचारों के सिवाय कुछ नहीं है। वह जो सोचता है, वह बन जाता है।
- कमजोर कभी क्षमाशील नहीं हो सकता है। क्षमाशीलता ताकतवर की निशानी है।
- धैर्य का छोटा हिस्सा भी एक टन उपदेश से बेहतर है.
- हम जो करते हैं और हम जो कर सकते हैं, इसके बीच का अंतर दुनिया की ज्यादातर समस्याओं के समाधान के लिए पर्याप्त होगा।
- किसी देश की महानता और उसकी नैतिक उन्नति का अंदाजा हम वहां जानवरों के साथ होने वाले व्यवहार से लगा सकते हैं।
- खुद वो बदलाव बनिए जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं।
- खुद को खोजने का सबसे अच्छा तरीका है, खुद को दूसरों की सेवा में खो दो।
- जिस दिन से महिला रात में सड़कों पर स्वतंत्र रूप से चलने लगेगी। उस दिन हम कह सकते हैं कि भारत ने स्वतंत्रता हासिल कर ली है।
- एक विनम्र तरीके से आप दुनिया को हिला सकते हैं।
- विश्वास को हमेशा तर्क से तौलना चाहिए। जब विश्वास अंधा हो जाता है तो मर जाता है।
- भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि आज आप क्या कर रहे हैं।
- पाप से घृणा करो, पापी से प्रेम करो।
- हो सकता है आप कभी ना जान सकें कि आपके काम का क्या परिणाम हुआ। लेकिन अगर आप कुछ नहीं करेंगे तो कई परिणाम नहीं होगा।
- दुनिया हर किसी के जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त है, लेकिन हर किसी के लालच को पूरा करने के लिए नहीं।
- मैं सिर्फ लोगों के अच्छे गुणों को देखता हूं, ना की उनकी गलतियों को गिनता हूं।