Pune 15 नवंबर (एजेंसी)। प्रसिद्ध इतिहासकार-लेखक और पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित बलवंत मोरेश्वर पुरंदरे यानी बाबासाहेब पुरंदरे का सोमवार तड़के पुणे में निधन हो गया, वे 99 साल के थे। वे पुणे के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। पुरंदरे को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से भी नवाजा गया था।
दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल के हेल्थ डायरेक्टर डॉ. धनंजय केलकर ने कहा कि बाबासाहेब को उम्र संबंधी बीमारियां थीं। उन्होंने आज सुबह 05:07 बजे अंतिम सांस ली। अस्पताल ने कहा है कि उन्हें निमोनिया भी हुआ था। उनके पार्थिव शरीर को पार्वती स्थित उनके आवास पर लाया गया है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे उन्हें श्रध्दांजलि देने उनके आवास पर पहुंचे हैं। कुछ देर में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने पुरंदरे के साथ अपनी एक तस्वीर ट्वीट करते हुए कहा, ‘सुनकर बहुत दुख हुआ। शिवशहर बाबासाहेब पुरंदरे का निधन इतिहास और संस्कृति की दुनिया में एक बड़ा शून्य छोड़ गया है। उन्हीं की बदौलत आने वाली पीढ़ियां छत्रपति शिवाजी महाराज से और जुड़ेंगी। उनके अन्य कार्यों को भी याद किया जाएगा।’ बाबासाहेब के निधन पर CM उद्धव ठाकरे के ऑफिस ने लिखा है,’मुख्यमंत्री उद्धव बालासाहेब ठाकरे ने शिवशहर बाबासाहेब पुरंदरे का राजकीय अंतिम संस्कार से अंतिम संस्कार करने के निर्देश दिया है।”
मला शब्दातीत दुःख झाले आहे.बाबासाहेब पुरंदरे यांच्या निधनाने इतिहास आणि संस्कृतीच्या विश्वात कधीही भरून न निघणारी पोकळी निर्माण झाली आहे. येणाऱ्या पिढ्यांना छत्रपती शिवाजी महाराज यांच्या कार्याशी जोडल्याबद्दल त्यांचे आपण सदैव ऋणी राहू.त्यांनी केलेले इतर कार्य ही स्मरणात राहील pic.twitter.com/B6GeqH1Shk
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2021