- अधिवक्ता सारिका ने अपनी सहयोगी के साथ मिलकर मुहिम शुरू की
-
समझा बुझा कर टूटते रिश्तो को जोड़ने का प्रयास करती हैं सारिका
- केस स्टडी
Ghaziabad 11 जुलाई (एजेंसी) कोरोना महामारी की वजह से हजारों लोगों के रोजगार चले गए। इस वजह से आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोगों के दांपत्य जीवन में भी खटास पड़ गई है। ऐसे लोगों के रिश्तो को फिर से जोड़ने के लिए अधिवक्ता सारिका त्यागी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
गाजियाबाद कचहरी में प्रैक्टिस करने वाली अधिवक्ता सारिका त्यागी (Sarika Tyagi) ने अपनी सहयोगी अर्चना त्यागी के साथ मिलकर एक मुहिम छेड़ी है। सारिका त्यागी का कहना है कि कोरोना काल के कारण हजारों लोगों के रोजगार ठप हो गए हैं। जिसका असर उनके दांपत्य जीवन (married life) को भी प्रभावित कर रहा है। त्यागी ने बताया कि आर्थिक तंगी की वजह से गृह क्लेश के मामले (home tribulation cases) बढ़ गए हैं। ऐसे में पति-पत्नी एक-दूसरे पर प्रत्यारोपण कर रहे हैं। जिसकी वजह से सैकड़ों लोगों के दांपत्य जीवन टूटने के कगार पर है। ऐसे लोगों के बारे में जानकारी हासिल करके सारिका त्यागी पीड़ित महिलाओं की ओर से उसके पति को लीगल नोटिस करके महिलाओं को न्याय न्याय दिलाने का काम कर रही है।
नोटिस जारी करने के बाद महिला के पति को बुलाकर दोनों पक्षों को सुनती हैं। इसके बाद दोनों को समझा बुझा कर टूटते रिश्तो को जोड़ने का प्रयास करती हैं। अब तक वह 11 से अधिक ऐसे मामलों में दोनों पक्षों को बुलाकर उन्हें समझा-बुझाकर उनके टूटते दांपत्य जीवन को बचा चुकी हैं। सारिका त्यागी ने बताया कि ऐसा करने से उन्हें आत्मीय संतुष्टि मिलती है। अधिवक्ता अर्चना त्यागी का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान नौकरी जाने से बहुत घरों में गृह क्लेश बढे है। जिसका खामियाजा महिलाओं को भुगतना पड़ा है। पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए उन्होंने मुहिम छेड़ी है।
केस स्टडी
- मोदीनगर में रहने वाले सुनील कुमार नौकरी करते थे। कोरोना काल की वजह से उनकी नौकरी चली गई और वह 5 महीने से घर पर ही रह रहे हैं। आर्थिक तंगी से जूझ रहे सुनील कुमार और उनकी पत्नी के बीच विवाद शुरू हो गया। आए दिन मारपीट और गृह क्लेश की वजह से परिवार का चैन खत्म हो गया है। सुनील कुमार की पत्नी ने पड़ोसी के माध्यम से सारिका त्यागी से संपर्क किया। सारिका त्यागी ने नोटिस के माध्यम से सुनील कुमार और उसकी पत्नी को बुलाया। दोनों पक्षों को सुनने के बाद परिवार के बारे में समझा और फिर से एक करा दिया।
- विजय नगर निवासी ओमप्रकाश का अपना कारोबार था। लोक डाउन की वजह से उनका कारोबार ठप हो गया। ओमप्रकाश घर पर ही रहने लगे उनके घर एक व्यक्ति का आना-जाना था। ओमप्रकाश अपनी पत्नी के चरित्र पर शक (doubt the character) करने लगे। इस बात को लेकर दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। ओम प्रकाश की पत्नी अपनी एक सहेली के माध्यम से अधिवक्ता सारिका त्यागी के पास पहुंची। सारिका त्यागी इसके बाद ओमप्रकाश और उसकी पत्नी को चेंबर पर बुलाया। दोनों पक्षों को गृहस्ती के बारे में समझाया और उन दोनों ने उनकी बात मान ली। फिर से दोनों एक हो गए और खुशी-खुशी अपने दांपत्य जीवन को निभाने लगे हैं।
(अधिवक्ता अर्चना त्यागी )