आज के दौर में क्रेडिट कार्ड आम आदमी के रोजमर्रा के जीवन का एक अहम हिस्सा बन गया है। नोटबंदी के बाद तो जैसे जैसे पैसों की दिक्क्त शुरू हुई लोगों ने क्रेडिट कार्ड का प्रयोग पहले से ज्यादा शुरू कर दिया। आजकल बहुत से बैंक लुभावने ऑफर देकर लोगों को क्रेडिट कार्ड प्रोवाइड करा रहे हैं। मगर क्या आपको पता है कि जहां एक ओर क्रेडिट कार्ड आपके जीवन में पैसे को लेकर बहुत सी सुगमता उत्पन्न करता है वहीं दूसरी ओर क्रेडिट कार्ड का ठीक से न उपयोग करना आपको कर्जे के दुष्चर्क में फंसा सकता है। क्रेडिट कार्ड का समय पर न भुगतान करने वाला ब्याज कस्टमर की कमर तोड़ सकता है वहीं दूसरी ओर क्रेडिट कार्ड का समय पर पेमेंट न करना आपका सिविल स्कोर भी बिगाड़ सकता है। जिसकी वजह से आप निगेटिव सिविल स्कोर का शिकार हो सकते हैं और आने वाले समय में आपको बैंक से लोन मिलने में परेशानी हो सकती है। खुलासा डॉट इन में हम आपको ऐसे ही कुछ जरूरी बातों के बारे में बता रहे हैं जिनका ध्यान रखकर आप अपना क्रेडिट कार्ड का उपयोग ठीक तरह से कर पाएंगे वहीं दूसरी ओर आपका सिविल स्कोर भी ठीक ठाक बना रहेगा।
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जब भी आप क्रेडिट कार्ड से कोई सामान खरीदते हैं तो आपको एक निश्चित समय सीमा के बाद उसका भुगतान करना होता है। भुगतान के लिए जो बिल आपको मिलता है, उसमें दो प्रकार की रकम लिखी होती है। एक तो वह पूरी रकम जो खरीदारी के मद में आपको बैंक को चुकानी है और दूसरी उस पूरी रकम का केवल पांच प्रतिशत। यानि केवल पांच प्रतिशत रकम देकर आपको बैंक आपको बकाया चुकाने की एक माह की मोहलत और दे देता है। इसके लिए बैंक किसी भी ग्राहक से तीन से चार प्रतिशत मासिक ब्याज वसूलता है। इसलिए यह बात ध्यान रखें की देय तिथि से पूर्व ही बैंक को बकाया राशि का पूरा भुगतान कर दें, सिर्फ पांच प्रतिशत देते रहने से आप बैंक के कर्जे के जाल में फंस जाएंगे।
अधिकांश लोग यही समझते है कि क्रेडिट कार्ड से खरीदी करते हुए ये सोचते है कि उन्हें खरीदी पर ब्याज मुक्त समय मिल रहा है लेकिन ऐसे तभी संभव है जब आपने पिछले बिल का पूर्ण भुगतान कर दिया हो व बकाया राशी शून्य हो । यदि आप केवल 5 प्रतिशत भरा है तो इसका तात्पर्य है कि आपने महीने का बकाया नहीं भरा है, तो ऐसी स्थिति में खरीदी पर ब्याज मुक्त समय नहीं मिलता है तथा बिल के पहले ही दिन से ही उस रकम पर 3-4 प्रतिशत की दर से ब्याज लगना शुरू हो जाता है |
क्यों आवश्यक हैं हर व्यक्ति के लिए जीवन
बहुत से लोग एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड रखते हैं, ऐसा नही करना चाहिए | याद रखना चाहिए कि क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लिमिट से 50 प्रतिशत से ज्यादा खर्च न करें। चाहे तो मोबाईल या ईमेल पर लिमिट का अलर्ट सैट कर सकते हैं, जिससे आसानी से क्रेडिट कार्ड की लिमिट का पता चलता रहता है। जानने योग्य बात है कि क्रेडिट कार्ड अपने सारे ट्रांजेक्शन और हिस्ट्री सिबिल से शेयर करते हैं। क्रेडिट कार्ड पर अधिक बकाया होने की दशा में आपके क्रेडिट स्कोर पर बुरा असर पड़ता है और आगे ऋण लेने में परेशानी होती है, ऐसी स्थिति को क्रेडिट हंगर कहा जाता है।
क्रेडिट कार्ड व्यापार में कार्ड बेचने का एक मुख्य हथियार यह भी है कि ग्राहक को ज्यादा रिवार्ड पाईंट इकठ्ठे करने का लालच दिया जाये और घोषणा की जाती है कि करी गयी खरीददारी के बदले में क्रेडिट कार्ड कंपनी आपको कुछ रिवार्ड पाईंट देती है। मान लो कि हर 100 रूपयों पर 1 पाईंट और अधिक खर्च करने पर उसके अनुपात में ही या फिर 2 या 4 पाईंट तक मिल सकते हैं। कुछ क्रेडिट कार्ड कंपनियाँ अपने रिवार्ड पाईंट से पेट्रोल खरीदने का लालच भी देती हैं। इसलिए ज्यादा रिवार्ड पाईंट बनाने के चक्कर में कभी भी क्रेडिट कार्ड से ज्यादा खरीददारी न करें। साथ में कोशिश करें कि क्रेडिट कार्ड खाते को अपने बचत खाते से जोड़ दें जिससे कि नियत तिथि पर क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान होता रहे और आप देर से भुगतान का शुल्क या ब्याज देने से बच जाते है |
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यदि बकाया राशि का भुगतान एक बार में करना मुश्किल लग रहा हो तो आप क्रेडिट कार्ड कंपनी से संपर्क कर के बकाया राशि को ईएमआई में बदलने के लिए बोलिए, जिसका साधारण क्रेडिट कार्ड के ब्याज के मुकाबले इसका ब्याज व पेनल्टी कम होता है।
यदि एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड का इस्तमाल कर रहे हो तथा अन्य क्रेडिट कार्ड कंपनी आपसे कम ब्याज ले रही हैं तो आप पहले क्रेडिट कार्ड से दूसरे में बैलेन्स ट्राँसफर कर कम ब्याज का फायदा उठा सकते हैं, जिसके एवज में कंपनियाँ कुछ फीस लेती हैं।
क्रेडिट कार्ड के स्टेटमेंट आने के बाद हमेशा पैनी निगाहों से एक एक खर्च और जमा पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि तकनीकी त्रुटि होने के कारण कई बार ऐसा होना संभव होता है। लेट पैमेन्ट फीस और उतने दिन का ब्याज से बचना चाहते है तो हमेशा बिल के आखिरी दिन से 3 दिन पहले ही बिल भर दें, या NEFT द्वारा घर बैठे बैठे भुगतान भी कर सकते है।
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क्रेडिट कार्ड पर हमेशा नज़र रखे कि आपने कहाँ कहाँ और कितना खर्च किया तथा खर्चों को कम करने की कोशिश करे । यदि आप बाहर खाने और घूमने फिरने पर अधिक खर्च करते है तो जरा सा ध्यान देकर आप घरेलू बजट को काबू में ला सकते हैं और अपनी बचत बढ़ा सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड बटुए में हो तो इसका तात्पर्य ये नही है कि सारी दुनिया आपकी जेब में है | क्रेडिट कार्ड से कई बार बहुत सी ऐसी खरीददारी कर लेते हैं जिसकी अभी जरूरत नहीं होती है। अत: ऐसी खरीददारी को हमेशा नज़रंदाज़ कर के टाल देना चाहिये, जिसके अनेक फायदे आपको भविष्य में मिलते है ।
विदेश यात्रा के समय क्रेडिट कार्ड का उपयोग करना कई बार महँगा साबित होता है | ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय खरीददारी करते समय बहुत से अन्य शुल्क तथा मुद्रा विनिमय के 2-3 प्रतिशत भी इसमें शामिल हो जाते हैं। यदि आप क्रेडिट कार्ड को नगद राशी निकालने में उपयोग करते हैं तो निकाली गई रकम का 2-3 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगता है।
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