Health benefits of sleeping without a pillow in hindi: अधिकांश माता-पिता अपने बच्चों को तकिये (Pillow) के साथ सोने की आदत डालते है, जिसके चलते बच्चे इनके बिना सो भी नहीं पाते | इंडोनेशिया (Indonesia) में तो सोते समय तकिया (Pillow) का इस्तेमाल करना बेहद जरुरी माना जाता है। यदि किसी से पूछा जाए कि वो तकिये का इस्तेमाल क्यों करते हैं, तो अमूमन जवाब यही मिलेगा कि इसके इस्तेमाल से सिर, गर्दन और स्पाइन को एक दिशा में रखा जा सकता है और साथ ही साथ इससे आराम भी मिलता है ।
तकिये के साथ सोने से हमारी गर्दन और स्पाइन की मल्सस पर स्ट्रेस आता है जिसकी वजह से इसमें अकडन आ जाती है इसलिए हमें तकिये की जरुरत होती है जिससे हम अपनी गर्दन और सिर को स्पाइन की सीध में रख सकें। हालांकि गलत तरीके से तकिये को लगाने से गर्दन में दर्द होता है। एक शोध के अनुसार बिना तकिये (Without Pillow) के सोने से शरीर को कई सारे फायदे होते हैं और इस बारे में कई एक्सपर्ट्स अपनी राय रख चुके है ।
एक्सपर्ट्स के अनुसार बिना तकिये (Withoust Pillow) के सोना ज्यादा बेहतर और फायदेमंद होता है क्योंकि इससे शरीर एक नेचुरल स्थिति में होता है तथा नींद भी वैसी ही आती है जैसी एक छोटे बच्चे को आनी चाहिए । एक्सपर्ट्स के अनुसार यदि बिना तकिये के हम जमीन पर सोते हैं तो कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है अत: बिना तकिये के सोने के लिए गद्दे का इस्तेमाल करना चाहिए, ताकि शरीर सही स्थिति में रहे । तो आज आपको खुलासा डॉट कॉम में जानिए बिना तकिये के सोने से हमारे स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है ।

अनिद्रा दूर होती है
बिना तकिये के नींद लेने से हमें अनिद्रा की शिकायत भी नहीं होती है तथा एक अच्छी नींद लेते हैं, जिसके चलते हम दिन भर रिलैक्स फील करते हैं।

मुंहासे नहीं होते हैं
यदि बिना तकिये के सोया जाए तो चेहरे पर मुंहासे होने की संभावनाये कम हो जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि तकिये के इस्तेमाल के दौरान फेस तकिये पर ही रहता है और तकिये पर धूल के कण होने के कारण चेहरे पर मुंहासे हो सकते हैं।

झुर्रियां नहीं होती हैं
आपको जानकार हैरानी होगी कि तकिये का इस्तेमाल करने से चेहरे पर झुर्रियां पड़ती हैं, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि तकिये का इस्तेमाल करने से चेहरे पर एक दबाव पड़ता है। हालाँकि जो लोग इसका इस्तेमाल नहीं करते हैं, उन्हें इस दिक्कत से सामना नहीं करना पड़ता ।

पीठ दर्द नहीं होता है
हम जब भी तकिये का इस्तेमाल करते हैं तो रीढ़ की हड्डी की स्थिति बदल जाती है, परिणामस्वरूप कभी कभी पीठ दर्द की शिकायत भी होती है । अत: बिना तकिये के सोने से हमारी गर्दन स्पाइन की दिशा में ही रहेगी और इस तरह पीठ दर्द से बचा जा सकता है।

गर्दन में दर्द नहीं होता है
क्या आप जानते है कि हमारी गर्दन में तकिये का इस्तेमाल करने से दर्द हो सकता है, विशेषकर जब सुबह के समय सो कर उठते हैं | ऐसा इसलिए होता है क्योंकि तकिये का इस्तेमाल करने से शरीर की नर्व डैमेज हो जाती है और गर्दन में दर्द होता है। अत: तकिये को नज़रंदाज़ कर आप इस समस्या से बचा जा सकता है |

यंग दिखते हैं
जब हम सोने के लिए तकिये का इस्तेमाल करते है तो हम अच्छी नींद नहीं ले पाते है, जिसके चलये शरीर थका हुआ महसूस करता हैं। ऐसे में यदि तकिये का इस्तेमाल नहीं किया जाए तो हमे अच्छी नींद भी आती है और हमारी त्वचा भी फ्रेश रहती है, जिसके चलते हम हमेशा यंग लगते हैं।

हड्डियाँ एक सीध में रहती हैं
यदि सोते हुए तकिये का इस्तेमाल ना किया जाए तो ऐसे में सोते वक़्त हमारी हड्डियाँ एक सीध में रहेंगी, जिसके चलते हमें कोई दर्द महसूस नहीं होगा और हम स्वस्थ रहेंगे ।

अच्छी नींद आती है
कई शोधो से ये बात पता चलती है कि बिना तकिये के सोने से नींद अच्छी आती है, साथ ही साथ कई समस्याए जैसे रात में चलने और सपने आना, का सामना नहीं करना पड़ता ।

तनाव दूर होता है
बिना तकिये के नींद लेने से एक तो हमें अच्छी नींद आती है, साथ ही साथ हमारी सारी थकान भी दूर हो जाती है, परिणामस्वरूप हमें तनाव नहीं होता है, साथ ही फ्रेश भी महसूस करते हैं।

पीठ और गर्दन में दर्द नहीं होता है
यदि तकिये का इस्तेमाल ना किया जाए तो गर्दन स्पाइन के सीध में रहेगी और गर्दन पर किसी प्रकार का कोई स्ट्रेस भी नहीं पड़ेगा, जिससे पीठ और गर्दन में दर्द महसूस नहीं होगा ।