कैंसर की बीमारी से लड़ने में योग कितना सहायक है, इस विषय पर टाटा मैमोरियल अस्पताल अनुसंधान कर रहा है। इसके लिए संस्थान ने 1,000 मरीजों का चयन किया है, जिनका इलाज पहले से अस्पताल में चल रहा है।
अनुसंधान के दौरान अस्पताल में 500 कैंसर पीड़ितों को योगाभ्यास और 500 मरीजों को आधुनिक व्यायाम कराया जायेगा। योग और आधुनिक व्यायामों में किससे अधिक फायदा होता है, इस पर शोध किया जाएगा।
अस्पताल ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए दो योग-शिक्षक को भी रखा है, जबकि यहां एरोबिक और आधुनिक व्यायाम (exercise in gym) के लिए पहले से प्रशिक्षक मौजूद हैं। टाटा मैमोरियल अस्पताल के निदेशक बताते हैं कि ऐसा माना जाता है कि योग से हार्मोन्स और साइटोजेन नियंत्रित होता है। हमने इस पर शोध करना शुरू कर दिया है कि क्या सचमुच योग मरीजों को उनकी जिंदगी दुबारा दिला सकता है।
शोध की जानकारी देते हुए वे बताते हैं कि प्रतिदिन योग प्रशिक्षक दस मरीजों को योग का प्रशिक्षण देंगे, जिसे मरीज अपने घर पर करेंगे। मरीज एक हफ्ते के बाद प्रशिक्षक को योग कर के दिखाएंगे।