- देश की सरकार जुमे और आम नमाज जमात के साथ पढ़ने को लेकर प्रतिबंध लगा सकती है
- मार्गदर्शन के लिए मैं अल-अजहर के मुख्य इमाम शेख और सर्वोच्च परिषद का आभारी
- संयुक्त अरब अमीरात, ईरान, अल्जीरिया, ट्यूनीशिया, जॉर्डन, कुवैत, फलस्तीन, तुर्की, सीरिया, लेबनान और मिस्र जैसे देशों ने जमात के साथ नमाज रोक दी है
इस्लामाबाद, 27 मार्च (एजेंसी)। शायद ही कोई ऐसा देश बचा हो जहाँ कोरोना वायरस का खौफ़ न छाया हो । दुनियाभर में 20 हजार से अधिक लोगों की जान लेने वाले कोरोनो वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए एक फतवा जारी किया गया है। जी हां, पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के अनुरोध पर एक उच्च वैश्विक इस्लामी संस्था ने फतवा जारी कर देश के प्रमुखों को जमात के साथ जुमे की नमाज पर रोक लगाने का आदेश देने की शक्ति प्रदान की है। मिस्र की सर्वोच्च परिषद और इस्लामिक मामलों के संबंध में आदेश देने वाली संस्था जामिया अल-अजहर के मुख्य इमाम शेख की ओर से बुधवार को यह फतवा जारी किया गया।
I request Ulema to take urgent action to stop #CoronaVirus spread in Pakistan, based on principles of Islam from Quran & Sunnah.
Countries that have stopped congregational prayers: UAE, Saudia, Iran, Algeria, Tunisia, Jordan, Kuwait, Palestine, Turkey, Syria, Lebanon, Egypt etc. https://t.co/dK4wV072P3— Dr. Arif Alvi (@ArifAlvi) March 25, 2020
मार्गदर्शन के लिए मैं अल-अजहर के मुख्य इमाम शेख और सर्वोच्च परिषद का आभारी
फतवे के अनुसार मस्जिदों में जमात के साथ नमाज अदा करने के साथ ही लोगों के एकत्र होने से कोरोना वायरस के फैलने का खतरा बढ़ सकता है और मुस्लिम देशों की सरकारों को ऐसे आयोजनों पर रोक लगाने के लिए पूरी शक्ति प्राप्त है। राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया पर लिखा कि कोरोना वायरस के हमले के कारण मस्जिदों में जुमे की नमाज और फर्ज जमात को लेकर मेरे निजी आग्रह पर हमें जारी किए गए मार्गदर्शन के लिए मैं अल-अजहर के मुख्य इमाम शेख और सर्वोच्च परिषद का आभारी हूं।
More than 80 Ulema joined this meeting for Farz Namaz & Juma prayers in mosques. It was decided that mosques should not be shut down but Govt in this crisis can ask the number of Namazis to be limited even to a handful. A consensus like this is far better than unilateral action. https://t.co/yMIjPyc804
— Dr. Arif Alvi (@ArifAlvi) March 26, 2020
देश की सरकार जुमे और आम नमाज जमात के साथ पढ़ने को लेकर प्रतिबंध लगा सकती है
खबरों के अनुसार, अल्वी ने मौलानाओं से कोरोनो वायरस के खतरे को ध्यान में रखते हुए कुरान में दिए इस्लाम के नियमों के तहत काम करने को कहा। साथ ही कहा कि वायरस के प्रसार के मद्देनजर जुमे की नमाज स्थगित किया जाना शुद्ध रूप से इस्लाम के मुताबिक है। अल्वी ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात, ईरान, अल्जीरिया, ट्यूनीशिया, जॉर्डन, कुवैत, फलस्तीन, तुर्की, सीरिया, लेबनान और मिस्र जैसे देशों ने जमात के साथ नमाज रोक दी है। फतवे के अनुसार एक देश की सरकार जुमे और आम नमाज जमात के साथ पढ़ने को लेकर प्रतिबंध लगा सकती है और देशभर में लोगों के इकट्ठा होने पर भी रोक लगा सकती है।