संयुक्त राष्ट्र ने सहायता राशि दो अरब डॉलर से बढ़ाकर 6.7 अरब डॉलर करने की अपील की
-
गरीब देशों की चरमराती अर्थव्यवस्था को देखते हुए ये फैसला लिया गया
अरक्षित देशों की सूचि में बेनिन, जिबूती, लाइबेरिया, मोजाम्बिक, पाकिस्तान, फिलीपीन, सिएरा लियोन, टोगो और जिम्बाब्वे शामिल
संयुक्त राष्ट्र, 08मई (एजेंसी)। आने वाले दिनों में कोरोना वायरस संकट से उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने में असक्षम देशों के लिए संयुक्त राष्ट्र ने सहायता राशि दो अरब डॉलर से बढ़ाकर 6.7 अरब डॉलर करने की अपील की। संयुक्त राष्ट्र की मानवीय मामलों के एजेंसी प्रमुख मार्क लॉकॉक ने इस बात का ज़िक्र करते हुए बताया कि इस महामारी का सबसे बुरा दौर तीन से छह महीने में दुनिया के सबसे गरीब देशों में आने की संभावना नहीं है।
हालाँकि उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि इस बात के सबूत हैं कि इन देशों में आय पर असर पड़ा है। नौकरियां खत्म हुई हैं, खाद्य आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हुई है और कीमतें बढ़ रही हैं। बच्चों को टीका नहीं लग पा रहा तथा भोजन नहीं मिल पा रहा है। संयुक्त राष्ट्र की नयी अपील में नौ अतिरिक्त अरक्षित देश बेनिन, जिबूती, लाइबेरिया, मोजाम्बिक, पाकिस्तान, फिलीपीन, सिएरा लियोन, टोगो और जिम्बाब्वे शामिल हैं।
लॉकॉक ने कहा कि अत्यंत गरीब देशों में हम पहले ही अर्थव्यवस्था चरमराते हुए देख सकते हैं। अगर हमने अभी कदम नहीं उठाए तो इन देशों में संघर्ष, भुखमरी तथा गरीबी बढ़ेगी।