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इस्लामिक स्टेट समूह द्वारा जारी घातक हमलों पर यूएनएएमए ने चिंता व्यक्त की
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सुरक्षा बलों की लड़ाई में असैन्य नागरिकों की मौतों के मामलों में लगातार इजाफा
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देश के अल्पसंख्यक शियाओं को निशाना बनाते हुए हमले
काबुल, 20 मई (एजेंसी)। अफगानिस्तान में बढती हिंसा को कम करने का आह्वान करते हुए संयुक्त राष्ट्र ने जताया कि तालिबान और अफगानिस्तान सुरक्षा बलों की लड़ाई में असैन्य नागरिकों की मौतों के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा हैं। इस्लामिक स्टेट समूह द्वारा जारी घातक हमलों को लेकर अफगानिस्तान में स्थित संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (UNAMA) ने चिंता व्यक्त की। वहीँ पिछले हफ्ते राजधानी के एक प्रसूति अस्पताल में हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी भी समूह द्वारा नहीं ली गयी है, जबकि अमेरिका ने जताया कि यह अफगानिस्तान के आईएस संबद्ध समूह ने किया है, जो देश के अल्पसंख्यक शियाओं को निशाना बनाते हुए उन पर हमले करते रहते हैं और पहले भी कई बार हमले किए हैं।
तालिबान ने प्रसूति अस्पताल के हमले में शामिल होने से इनकार किया, जिसमें 24 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें दो शिशु और कई माताएं शामिल थी। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में अप्रैल में 208 असैन्य नागरिकों की हत्या के लिए तालिबान को दोषी ठहराया गया, जबकि अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा बलों की कार्रवाई में इसी महीने में 172 नागरिक मारे गए।
यूएनएएमए प्रमुख और अफगानिस्तान मामले पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव की विशेष प्रतिनिधि देबोरा लियोन्स ने कहा कि सभी पक्ष एक शांतिपूर्ण समाधान खोजने के लिए प्रतिबद्ध है और सभी अफगानों के जीवन की रक्षा करनी चाहिए और युद्ध की समाप्ति की लोगों की उम्मीद को खतरे में नहीं डालना चाहिए। उन्होंने कहा कि अत:अफगान शांति वार्ता जल्द से जल्द शुरू करने की जरूरत है।