Criminal case against Gurmeet baba ram rahim
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख बाबा राम रहीम इन्सां (baba ram rahim) पर शुक्रवार को एक साध्वी के यौन शोषण के मामले में सीबीआई अदालत में फैसला आने वाला है। जिसे लेकर उनके अंध भक्त लाखों की संख्या में पंचकुला पहुंचकर सरकार और प्रशासन पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं। बाबा के समर्थकों का ये शक्ति प्रदर्शन ये साबित करता है देश की कानून व्यवस्था बाबा (baba ram rahim) के हाथ की कठपुतली मात्र है। ये अलग बात है कि बाबा राम रहीम ने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की है। आपको बता दें कि डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम पर ये कोई पहला मामला नहीं है। संत गुरमीत उर्फ राम रहीम डेरे के प्रमुख के तौर पर जितने प्रसिद्ध हैं वहीं उनके खिलाफ क्रिमिनल रिकॉर्ड की एक लंबी चौड़ी लिस्ट है। खुलासा डॉट इन में जानते हैं कि इस विवादी बाबा पर कौन कौन से मुकदमे चल रहे हैं।
रणजीत सिंह हत्याकांड
रणजीत सिंह हत्याकांड को भी साध्वियों के यौन शोषण से जोड़कर देखा जाता है | प्रबंधन समिति का सदस्य होने के कारण रणजीत सिंह डेरामुखी के करीब होने से सारी गतिविधियों से वाकिफ था मगर 10 जुलाई 2003 को उसकी हत्या कर दी गई थी जिसका सन्देह गुरमीत (baba ram rahim) के ऊपर ही है और यह मामला अदालत में विचारधीन है। विवादों के बाबा राम रहीम (Baba Ram Rahim) की रहस्यमयी शख्सियत
पत्रकार रामचन्द्र छत्रपति हत्याकांड
डेरा सच्चा सौदा से जुड़ी खबरो को समाचार पत्र ‘पूरा सच’ के पत्रकार रामचन्द छत्रपति ने प्रकाशित किया । इसी समाचार पत्र में साध्वी यौन शोषण और रणजीत सिंह हत्याकाण्ड का खुलासा किया गया था । 24 अक्टूबर 2002 को रामचंद छत्रपति की दो शूटरों ने पांच गोलियां मारी थी | इनमे से एक शूटर मौका-ए-वारदात पर पकड़ा गया तथा दूसरा शूटर बाद में गिरफ्तार किया गया था। कमाल की बात यह है कि ये दोनों शूटर सच्चा डेरा के ही थे | 21नवंबर 2002 को रामचंद छत्रपति अपनी कर्मभूमि के लिए शहीद हो गए | यह केस सीबीआई को तब सौंपा गया, जब रामचंद्र के बेटे अंशुल छत्रपति ने अपने हक़ के लिए एक लंबी लड़ाई लड़ी । यह मामला भी डेरामुखी को आरोपी बनाता है।
फकीर चन्द की गुमशुदगी का मामला-
पूर्व साधू रामकुमार बिशनोई ने वर्ष 2010 में हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की और पूर्व मैनेजर फकीर चंद की गुमशुदगी के कारण पता करने के लिए की सीबीआई जांच की मांग की थी। यहाँ भी डेरा मुखी पर आरोप रहा कि डेरा प्रमुख के कहने पर ही फकीर चन्द की हत्या कर दी गई है या उसे कही छुपा दिया गया है । मगर इस मामले में सीबीआई नाकाम रही और सीबीआई के सुबूत न जुटा पाने के कारण क्लोजर रिपोर्ट फाईल कर बिशनोई ने हाईकोर्ट में उस रिपोर्ट को चुनौती दे रखी है।
400 साधुओं को नपुंकस बनाया जाना
जिला फतेहाबाद टोहाना शहर का हंसराज चौहान जो किशोर अवस्था में डेरा साधु बन गया था ने 17 जुलाई 2012 को हाईकोर्ट मेंयाचिका दायर कर आरोप लगाया कि डेरा प्रमुख के इशारे पर साधुओं को नपुंसक बनाया जाता है। इस तरह के 400 साधु हैं, 166 का नाम समेत ब्यौरा दिया। हंसराज ने यह भीखुलासा किया कि पत्रकार छत्रपति हत्याकाण्ड में आरोपी निर्मल और कुलदीप भी नपुंसक साधु हैं। जेल में बन्द साधुओं ने स्वीकार भी किया कि वो नपुंसक है। यह मामलाभी विचाराधीन है।
गुरू गोबिन्द सिंह लिबास सिखों से विवाद
वर्ष 2007 में डेरा प्रमुख ने पंजाब में गुरू गोबिन्द सिंह जैसी वेशभूषा धारण कर फोटो खिख्ंचवाए जिसके विरोध में 13 मई 2007को सिखों ने डेरा प्रमुख का पुतला जलाया व सिख व डेरा प्रेमी विवाद भी हुआ। इस मामले में डेरा बाबा बरी हो गए।