नई दिल्ली, 16 अप्रैल (एजेंसी)। लंबे समय से शादी का सपना सजाकर बैठे हजारों युवक-युवतियों के सात फेरों पर कोरोना वायरस ने पानी फेर दिया है। कोरोना वायरस के कारण देश में लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन की घोषणा की है। इस बार 19 दिन का लॉकडाउन रहेगा, जिसमें कई बड़े आखातीज (अक्षय तृतीया) समेत कई बड़े अबूझ मुहूर्त शामिल हैं। इन मुहूर्तों पर दिल्ली में हर साल 20 हजार से अधिक शादियां होती हैं, लेकिन इस बार इन मुहूर्त पर बैंड बाजे नहीं बज सकेंगे। लॉकडाउन के कारण 30 अप्रैल तक की शादियों की सभी बुकिंग भी रद्द हो चुकी हैं।
बृहस्पतिवार से शुभ मुहूर्त की अवधि शुरू
दिल्ली के अलग-अलग मंदिरों के पुजारियों का कहना है कि मंगलवार को पिछले एक महीने से चल रहा मीन मलमास भी समाप्त हो चुका है। ऐसे में अब बृहस्पतिवार से शुभ मुहूर्त की अवधि शुरू हो गई है। इस अवधि के दौरान लोग गृह प्रवेश, शादी, मुंडन, नामकरण, यज्ञ समेत अन्य मांगलिक और शुभ कार्य करते हैं। लेकिन प्रधानमंत्री के तीन मई तक के लिए दोबारा बढ़ाए गए लॉकडाउन के कारण अब लोग यह शुभ कार्य नहीं कर सकेंगे।
पुजारियों का कहना है कि 26 अप्रैल को साल का सबसे बड़ा अबूझ साया अक्षय तृतीया है। इस तिथि पर दिल्ली समेत पूरे देश में हजारों शादियां होती है। यह तिथि इस लिए भी विशेष बताई जाती है कि जिस किसी व्यक्ति का अन्य मुहूर्त पर विवाह नहीं होता है तो उसका इस दिन विवाद करना शुभ माना जाता है। पुजारियों का अनुमान है कि इस दिन हर साल दिल्ली में 15 हजार से अधिक शादियां होती हैं।
16 अप्रैल से लेकर 31 मई तक 10 से अधिक बड़े शुभ मुहूर्त
वहीं, 16 अप्रैल से लेकर 31 मई तक 10 से अधिक बड़े शुभ मुहूर्त हैं, जिनपर दिल्ली में 20 से 25 हजार शादिया होती हैं। पुजारियों ने बताया कि इस साल भी इतनी ही शादियों का अनुमान था, लेकिन कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन के चलते सभी शादियां रद्द हो गई हैं, जिन्हें आगे के लिए स्थगित कर दिया गया है। दिल्ली के अलग-अलग नगर निगम के समुदाय भवनों में भी हजारों शादी की बु¨कग रद्द कर दी गई हैं। उधर, लगातार शादियां के रद्द होने से दिल्ली के कैर्ट्स, टेंट, फार्म हाउस, मालिकों, बैंड बाजा, घोड़ा बग्गी समेत अन्य लोगों को करोड़ों रुपये का नुकसान भी हुआ है।
झंडेवालान मंदिर के मुख्य पुजारी अंबिका प्रसाद पंत का कहना है कि 13 अप्रैल को ही ग्रहों के राजा सूर्य देव मीन राशि से निकलकर उच्च राशि मेष में प्रवेश कर चुके हैं, जिसके बाद से मलमास खत्म हो गया है। 16 अप्रैल से शुभ मुहूर्त शुरू हो गए हैं। इस बीच आखातीज का भी मुहूर्त हैं, जिसमें 15 हजार से अधिक शादियां होती थी, लेकिन इस बार सभी शादियां रद्द हो गई हैं।