Bhavesh Joshi movie review in hindi
यदि आपको याद होगी तो कुछ समय पहले संजय दत्त और इमरान हाशमी की मुख्य भूमिका वाली फिल्म ऊँगली आई थी, जिसमें 4 किरदार एक मुखोटा लगा समाज मे गलत जैसे कि घुस लेना, बिना टेस्ट के ड्राइविंग लाइसेंस बनवा देना जैसे कार्य करने वालों को सबक सिखाते हैं। ये चारों कोई समाज सुधारक नहीं है, बल्कि इसी करप्ट सिस्टम के शिकार हुए अपने दोस्त को इंसाफ दिलाने के लिए एक अलग तरीका अपनाते हैं। यदि आपने ऊँगली फिल्म देखी है तो भावेश जोशी सुपरहीरो यदि आप नहीं भी देखेंगे तो कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि बॉलीवुड की सुनहरी स्क्रीन पर एक बार फिर वही दास्तान सुनायी गयी है ।
फिल्म की कहानी सिकंदर और भावेश जोशी की दोस्ती से शुरू होती है | सिकंदर भारत से दूर अमेरिका जाना चाहता है कि तभी पानी माफिया से लड़ने वाले भावेश जोशी की हत्या कर दी जाती है । पानी माफिया के पीछे राज्य के बड़े मंत्री का सपोर्ट है, इसलिए सभी बातें रफा –दफा कर दी जाती है । पर अमेरिका जाने वाले सिकंदर के इरादे अपने दोस्त की हत्या के बाद बदल जाते है और अब वो अपने दोस्त को इंसाफ दिलाने की लड़ाई अपने हाथ में ले चुका है। इसके बाद वो अपनी पहचान छुपाने के लिए एक मास्क का सहारा लेता है और फिर शुरू होता है चूहे-बिल्ली का खेल। एक बात और आपको बता दूं कि यहाँ नाम के आगे सिर्फ सुपरहीरो लिखा है, फिल्म में कोई सुपरहीरो नहीं है बल्कि भावेश जोशी के मजबूत इरादों के चलते उसके नाम के आगे सुपरहीरो लगाया गया है । अक्सर 2 (Aksar 2) फिल्म की समीक्षा पढ़ें ।
प्रियांशु पेन्युली ने भावेश जोशी के किरदार में जान फूंक दी तो सिकंदर के किरदार में हर्षवर्द्धन कपूर ठीक ठाक लगते है, यदि वो चाहते तो अपने किरदार को और निखार सकते थे । श्रेया सबरवाल के पास करने के लिए फ़िल्म में कुछ खास नहीं था, एक बार तो ऐसा लगने लगता है कि यदि कहानी में उनके किरदार को नहीं रचा जाता तो भी कोई फर्क नही पड़ने वाला था । फिल्म का कमजोर पक्ष है इस फिल्म की लम्बाई । ढाई घंटे से ज्यादा लंबी इस फिल्म को थोडा काटा-छाटा जा सकता था,जिसके बाद एक खुबसूरत, आकर्षक और यादगार फिल्म हम सबके सामने आती । फिर भी यदि आप एक जैसी फिल्मे देखकर बोर हो चुके हैं तो यह फिल्म आपको स्वस्थ मनोरंजन प्रदान करती है ।
Bhavesh Joshi Superhero Movie Public Review | Harshvardhan Kapoor, Vikramaditya Motwane