मनरेगा के तहत प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए 14.62 करोड़ मानव श्रम दिवस रोजगार सृजित
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इस कार्य में 10,000 करोड़ रुपये का खर्च हुआ
पिछले साल मई के मुकाबले इस साल मनरेगा से जुड़ने वाले श्रमिकों की संख्या 40 से 50 प्रतिशत अधिक
नई दिल्ली, 15 मई (एजेंसी)। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि पिछले दो महीने में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए 14.62 करोड़ मानव श्रम दिवस रोजगार सृजित किये गये, जिस पर कुल 10,000 करोड़ रुपये का खर्च आया है । इस बात की जानकारी उन्होंने तब दी जब वो आर्थिक राहत पैकेज की दूसरी किस्तों की घोषणा कर रही थीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस से प्रभावित अर्थव्यवस्था में नई जान फूंकने के लिए 12 मई को 20 लाख करोड़ रुपये के आत्मनिर्भर भारत अभियान आर्थिक सहायता पैकेज की घोषणा की थी। सीतारमण ने कहा कि 13 मई तक 2.33 करोड़ श्रमिकों को रोजगार दिया गया। पिछले साल मई के मुकाबले इस साल इससे जुड़ने वाले श्रमिकों की संख्या 40 से 50 प्रतिशत अधिक रही।
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार लगातार सुधारों पर काम कर रही है। इसमें पूरे देश में एक जैसी न्यूनतम मजदूरी लागू करना शामिल है जो क्षेत्रीय असमानता को दूर करेगी। इसके लिए सरकार राष्ट्रीय स्तर पर एक न्यूनतम पारिश्रमिक ढांचा तैयार करेगी।