रजत ठाकुर
गाजियाबाद, 3 अप्रैल। देशभर में हुए लोक डाउन के वजह से किसानों की भी दिक्कत बढ़ गई है। उन्हें फसल की कटाई के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं। मंडी कारोबारियों का कहना है कि मजदूर नहीं मिल पाने की वजह से इस बार अनाज की आवक मंडी में देरी से होगी!
कोरोना वायरस के प्रकोप से निजात पाने के लिए करीब 11 दिनों से देशभर में लॉकडाउन (Lockdown) किया गया है। लोक डाउन हो जाने की वजह से दूसरे राज्यों से एनसीआर क्षेत्र में रह रहे मजदूर रोजगार का संकट उत्पन्न होने की स्थिति में अपने घरों को लौट गए हैं। वही किसानों की गेहूं की फसल कटने के लिए तैयार है।। मगर किसानों को मजदूर नहीं मिल पा रहे हैं इसकी वजह से फसल की कटाई शुरू नहीं की गई है।वहीं किसानों को यह भी डर सता रहा है कि फसल की कटाई के बाद मंडी में अनाज ले गए तो कहीं पुलिस उनका ट्रैक्टर ट्रॉली रोककर उन्हें बंद न कर दे।
किसानों का कहना है कि वह फसल की कटाई के लिए मजदूरों को तलाश कर रहे हैं, मगर उन्हें मजदूर नहीं मिल पा रहे हैं। मजदूरों को तलाश करने के लिए एनसीआर से बाहर के जनपदों में जाना पड़ेगा मगर आवाजाही पर रोक लगाए जाने की वजह से मजदूरों को लेने के लिए नहीं जा पा रहे हैं।
क्या कहना है मंडी कारोबारियों का:
गोविंदपुरम स्थित अनाज मंडी के महामंत्री सुधीर गोयल उर्फ मोनू ने बताया है कि अप्रैल में गेहूं की आवक मंडी में शुरू हो जाती है। मगर लॉकडाउन होने की वजह से इस बार अभी तक गेहूं की आवक शुरू नहीं हो पाई है। वही किसान भी उन्हें अनाज की आवक के संबंध में फोन करके बातचीत कर रहे हैं।
क्या कहना है किसानों का
धौलाना क्षेत्र के जादोपुर में रहने वाले किसान जसवीर सिंह का कहना है कि गेहूं की फसल पकी खड़ी है अगर समय के रहते कटाई नहीं की गई तो फसल का नुकसान हो सकता है। गेहूं की कटाई के लिए मजदूरों की आवश्यकता है, मगर मजदूर नहीं मिल पा रहे हैं। मजदूर मिले तो कटाई शुरू कराई जाए।
जादोपुर में ही रहने वाले कौशल सिंह ने बताया कि प्रत्येक वर्ष सैकड़ों की संख्या में पड़ोसी राज्य बिहार, मध्य प्रदेश और पूर्वांचल से मजदूर गेहूं की कटाई के लिए आते थे, जिन के सहयोग से गेहूं की फसल की कटाई जल्दी हो जाती थी। किसान अनाज को मंडी में बिक्री के लिए भेज देता था, और उसे आनाज के एवज में रुपए मिल जाते थे !मगर इस बार ऐसा नहीं हो पा रहा है।
धौलाना क्षेत्र के सोलाना गांव में रहने वाले किसान सुभाष चंद्र ने बताया कि मजदूर नहीं मिल पाने की वजह से गेहूं की कटाई किए जाने में बड़ी दिक्कत हो रही है! परिवार की महिलाओं को साथ साथ लगाकर गेहूं की कटाई करानी पड़ रही है ।