- 18 वर्षों तक कांग्रेस के प्राथमिक सदस्य रहने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने छोड़ी कांग्रेस
- ज्योतिरादित्य सिंधिया कहा राज्य और देश के लोगों की सेवा करना मेरा हमेशा से मकसद रहा है।
- ज्योतिरादित्य सिंधिया मानते हैं वे कांग्रेस में रहकर लोगों की सेवा करने में अक्षम हूं ।
- सिंधिया बीजेपी में शामिल हो सकते हैं
नई दिल्ली (एजेंसी)। पिछले काफी समय से भारत की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस का समय सही नहीं चल रहा है, ऐसे में मध्यप्रदेश से आयी खबर ने मानो कांग्रेस के हर सदस्य की नींद उड़ा दी हो । जी हां, चली आ रही सियासी अटकलों के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे सबको चौका दिया है । पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को उन्होंने एक पत्र भेजा जिसमे लिखा था कि 18 वर्षों से कांग्रेस के प्राथमिक सदस्य रहने के बाद अब शायद वो समय आ जब उन्हें अपनी राह बदलनी होगी । उन्होंने लिखा कि हमेशा से ही उनका मकसद अपने राज्य और देश के लोगों की सेवा करना रहा है, जो कि वो इस पार्टी में रहकर यह करने में अक्षम है।
जहाँ चारो तरह होली का शुरुर चढ़ा हुआ था वहीँ 9 मार्च का दिन कांग्रेस के लिए बेहद ही नाग्वार गुज़रा । कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफ सौंपने के बाद माना जा रहा है कि सिंधिया भी बीजेपी की तरफ जाने का मन बना चुके है और इसमें मात्र औपचारिकता भर बाकी रह गयी है। बहरहाल कांग्रेस ने भी ज्योतिरादित्य को जवाब देते हुए उन्हें पार्टी से बेदखल कर दिया है।
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) March 10, 2020
ज्योतिरादित्य सिंधिया का आरोप है कि सोनिया सब जानते हुए भी कुछ नहीं करती । पत्र में उन्होंने लिखा कि वो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे है । हालाँकि उन्होंने ये भी लिखा कि वो आज भी अपने राज्य और देश के लोगों की रक्षा करने के अपने लक्ष्य और उद्देश्य पर अडिग है । जिसके बाद अटकले लगने लगी है कि सिंधिया जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।
सूत्रों की माने तो ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी राज्यसभा भेज उन्हें संसद सत्र के बाद कैबिनेट विस्तार कर मोदी सरकार में शामिल कर सकती है। वहीँ मध्यप्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार का गिरना भी तय माना जा रहा है। सिंधिया के इस्तीफे के बाद उनके खेमे के 14 कांग्रेस विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया है। आपको बता दे कि इन 14 विधायकों ने मध्यप्रदेश के राज्यपाल को अपना इस्तीफे भेज दिया है। जिसके बाद कमलनाथ सरकार के जाने का विश्वास भी पक्का हो गया है । ऐसे में एक बार फिर मध्यप्रदेश में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं।