बेंगलुरु स्थित स्वयंसेवी संगठन अक्षय पात्र के देशभर में 55 रसोई घर
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अब तक जरूरतमंद लोगों को 1.17 लाख भोजन के पैकेट मुफ्त उपलब्ध करवा चुका
अन्य शहरों में गरीबों को आवश्यक खाद्य सामग्री युक्त तीन हजार राशन के डिब्बे बांटे जा चुके हैं
नई दिल्ली, 31 मार्च। 24 मार्च आधी रात से कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए किए गए देशव्यापी लॉकडाउन के चलते कई लोगों को भूखे पेट रहना पड़ रहा है, ऐसे में कई संगठन इन लोगों की मदद के लिए आगे आये है । ऐसा ही एक गैर सरकारी संगठन अक्षय पात्र है जो अब तक जरूरतमंद लोगों को 1.17 लाख भोजन के पैकेट मुफ्त उपलब्ध करवा चुका है।
बेंगलुरु स्थित स्वयंसेवी संगठन अक्षय पात्र के देशभर में 55 रसोई घर
बेंगलुरु स्थित स्वयंसेवी संगठन अक्षय पात्र के देशभर में 55 रसोई घर हैं। संगठन के क्षेत्रीय अध्यक्ष भरत दास ने कहा कि 21 दिन के बंद के दौरान और यदि आवश्यकता पड़ी तो आगे भी संगठन द्वारा भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा, “लॉकडाउन शुरू होने से लेकर अब तक जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, अहमदाबाद, भावनगर, सिलवासा, सूरत, पुणे, दिल्ली और लखनऊ जैसे देश के विभिन्न शहरों में भोजन के लगभग 1.17 लाख पैकेट मुफ्त दिए जा चुके हैं।”
अन्य शहरों में गरीबों को आवश्यक खाद्य सामग्री युक्त तीन हजार राशन के डिब्बे बांटे जा चुके हैं
संगठन के दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए दास ने बताया कि बादली और मोहन सहकारी क्षेत्र में संचालित हो रहे दो रसोई घरों से प्रतिदिन दस से पंद्रह हजार लोगों को भोजन दिया जा रहा है। दास ने कहा, “हम चावल, दाल, मसाला इत्यादि कच्चे सामान का वितरण कर रहे हैं जिससे 21 दिन के लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान व्यक्ति की आवश्यकता पूरी की जा सके।” उन्होंने कहा कि दिल्ली, बेंगलुरु और पुणे समेत अन्य शहरों में गरीबों को आवश्यक खाद्य सामग्री युक्त तीन हजार राशन के डिब्बे बांटे जा चुके हैं।