Pune Serum Institute Lab Fire Accident Update पुणे। पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट में शाम सात बजे के करीब दोबारा आग लग गई। जिसे बुझाने की कोशिशे की जा रही है। आपको बता दें कि इसी इंस्टीट्यूट में आज करीब तीन बजे भी आग लगी थी, जिसमे पांच मजदूरों की जलकर मौत हो गई। सभी मृतक मजदूरों के बारे में कहा जा रहा है कि वे ठेके पर काम कर रहे थे। दोपहर लगी आग में छह लोगों को बचा लिया गया था। जिस इमारत में आग लगी वहां वेल्डिंग का काम चल रहा था लेकिन आग लगने के सही कारणों का अभी पता नहीं चला है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि वेल्डिंग आग लगने का कारण हो सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने कहा, ‘मृतकों के परिजनों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं और मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।’
Anguished by the loss of lives due to an unfortunate fire at the @SerumInstIndia. In this sad hour, my thoughts are with the families of those who lost their lives. I pray that those injured recover at the earliest.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 21, 2021
कोवीशील्ड का प्रोडक्शन पूरी तरह सेफ- पूनावाला
पहले SII के CEO अदार पूनावाला ने सोशल मीडिया पर कहा था कि आग से किसी की मौत नहीं हुई है। बाद में मौतों की सूचना मिलने पर उन्होंने गहरा दुख जाहिर किया। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से कुछ लोगों की जान इस हादसे में गई है। इसका हमें गहरा दुख है। उन्होंने कहा कि मैं सरकार और लोगों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि कोवीशील्ड के प्रोडक्शन को इस हादसे से कोई नुकसान नहीं हुआ है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए हमने कई प्रोडक्शन बिल्डिंग तैयार कर रखी हैं।
यह भी पढ़ें : सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला का बयान सामने आया
नए प्लांट में आग लगी, यहां कोवीशील्ड नहीं बनती थी
SII के पुणे प्लांट में ही कोरोना से बचाव के लिए ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोवीशील्ड वैक्सीन बनाई जाती है। हालांकि, आग से कोवीशील्ड वैक्सीन को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि इस इमारत में BGC वैक्सीन बनती थी। उद्धव ठाकरे ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं और वो कल इंस्टीट्यूट का दौरा करने जाएंगे।
पुणे के पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता ने बताया कि कोवीशील्ड वैक्सीन प्लांट और स्टोरेज पूरी तरह सुरक्षित हैं। कोवीशील्ड को कैम्पस के अलग हिस्से में बनाया और स्टोर किया जाता है। हाल ही में यहां से वैक्सीन की खेप देशभर में पहुंचाने का सिलसिला शुरू हुआ है।
We have just received some distressing updates; upon further investigation we have learnt that there has unfortunately been some loss of life at the incident. We are deeply saddened and offer our deepest condolences to the family members of the departed.
— Adar Poonawalla (@adarpoonawalla) January 21, 2021
क्यों खास है सीरम इंस्टीट्यूट?
यह वैक्सीन बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है। अब तक यह अलग-अलग वैक्सीन के 1.5 अरब डोज बेच चुकी है। यह एक तरह का रिकॉर्ड भी है। एक आंकड़े के मुताबिक, दुनिया के 60% बच्चों को सीरम की एक वैक्सीन जरूर लगी है।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) से मान्यता प्राप्त सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की वैक्सीन 170 देशों में सप्लाई होती हैं। यह कंपनी पोलियो वैक्सीन के साथ-साथ डिप्थीरिया, टिटनस, पर्ट्युसिस, HIV, BCG, आर-हैपेटाइटिस बी, खसरा, मम्प्स और रूबेला के टीके भी बनाती है।
यह भी पढ़ें : बाइडन पूरे विश्व में कोविड-19 का टीका उपलब्ध कराने के संबंध में आदेश जारी करेंगे