संजीत हत्याकाण्ड में एएसपी व सीओ सहित 10 पुलिस कर्मी निलंबित
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लैब टेक्नीशियन संजीत यादव के दोस्त ही नहीं रची थी पूरी साजिश
26 जून को संजीत की हत्या कर लाश को पांडु नदी में फेंका
कानपुर 24 जुलाई (एजेंसी) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संजीत यादव के अपहरण व हत्या मामले में सख्तायी अपनाते हुए कानपुर के एएसपी व सीओ सहित 10 पुलिस कर्मियों को निलंबित करते हुए मामले की जांच एडीजी बीपी जोगदंड को सौंपी दी है। बता दे कि इस मामले में एक आईपीएस अधिकारी (ASP), एक पीपीएस अधिकारी (CO), एक निरीक्षक, दो उप निरीक्षक और पांच सिपाही पर कार्रवाई की गई है। ज्ञात हो कि 22 जून को कानपुर के बर्रा से 28 वर्षीय लैब टेक्नीशियन संजीत यादव का अपहरण फिरौती के उद्देश्य से उसके दोस्त ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर किया था तथा 26 जून को उसकी हत्या कर लाश पांडु नदी में फेंक दी थी।
बता दे कि 13 जुलाई को पुलिस को चकमा देकर अपराधियों ने 30 लाख की फिरौती भी वसूल कर चुके थे, हालाँकि बाद में पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए संजीत के दोस्त कुलदीप समेत पांच लोगों को धर दबोचा। पुलिस ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि कुलदीप संजीत के साथ सैंपल कलेक्शन का काम करता था। उसने रतनलाल नगर में किराये पर कमरा ले रखा है। 22 जून की रात शराब पिलाने के बहाने वह संजीत को अपने कमरे पर लाया। इसके बाद उसे बंधक बना लिया।
पुलिस ने इस मामले की जानकारी देते हुए आगे बताया कि चार दिन तक बेहोशी के इंजेक्शन देकर उसे बंधक बनाए रखा। इसके बाद 26 जून को कुलदीप ने अपने दोस्त रामबाबू और तीन अन्य के साथ मिलकर संजीत की हत्या कर दी। इसके बाद कुलदीप शव को अपनी कार में रखकर पांडु नदी में फेंक आया।