उत्तर प्रदेश में 15 अप्रैल को लॉकडाउन खुलने की स्थिति पर अभी सन्देह
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तबलीगी जमात के नए मामलों की जांच के चलते प्रदेश सरकार ने संदेह जताया
प्रदेश में टेस्टिंग कलेक्शन सेंटर बनाये जायेंगे
लखनऊ, 06 अप्रैल (एजेंसी)। 15 अप्रैल से उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन को खोले जाने की खबरों के बीच राज्य सरकार ने स्पष्ट करते हुए कहा कि लॉकडाउन खोला जाना प्रदेश में कोरोना की स्थिति पर निर्भर करता है । इस बात की जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव (गृह एवं सूचना) अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि 15 अप्रैल को लॉकडाउन खुलेगा, जैसा कि मीडिया में रिपोर्ट आ रही है, ऐसी संभावना अभी बहुत स्पष्ट नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि तबलीगी जमात के जो मामले आये हैं, उनके कारण संवेदनशीलता बढी है और प्रदेश में जब तक एक भी मामला कोरोना वायरस का बच जाता है, लॉकडाउन नहीं खोलेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच की सुविधा मजबूत करने के निर्देश दिये हैं।
"The chief minister has directed to release 73 prisoners who despite serving their sentence were still in jails for failing to deposit fine amount," Avnish Kumar Awasthi said.https://t.co/5rHd9giEN3
— IndiaToday (@IndiaToday) August 14, 2019
प्रदेश में टेस्टिंग कलेक्शन सेंटर बनाये जायेंगे
उन्होंने कहा कि जिन जिलों में जांच सुविधा नहीं होगी, वहां टेस्टिंग कलेक्शन सेंटर बनाएंगे। अवस्थी ने अपील करते हुए कहा कि किसी भी जनपद में धर्मस्थल या अन्य स्थान पर कोई भी रह गया है, जो संदिग्ध है, जिसकी तबियत खराब है या जिसने बीमार व्यक्ति के साथ संपर्क किया है, विलंब न करे क्योंकि जितना विलंब करेंगे, प्रदेश उतना पीछे रहेगा।
उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात के आंकडों की वजह से कोरोना वायरस के जो मामले बढ़े हैं, वह चिन्ता का विषय हैं इसलिए लॉकडाउन पर फिर विचार करना होगा कि 14 अप्रैल के बाद खुल पाएगा या नहीं।अपर मुख्य सचिव ने कहा कि जैसे ही लॉकडाउन खोला जाएगा तो सुनिश्चित किया जाएगा कि हमारा प्रदेश कोरोना वायरस से मुक्त हो। हालांकि अभी संभावना नहीं है कि लॉकडाउन जल्दी खुल पाएगा।