स्वास्थ्य विभाग की टीकाकरण इकाई में पदस्थ चालक की कोरोना संक्रमण से मौत
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चालक की उम्र 60 साल थी
शासकीय मनोरमा राजे टीबी चिकित्सालय मेंअंतिम सांस ली
इंदौर, 19 मई (एजेंसी)। मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में कोरोना से मौत का मामला सामने आ रहा है, प्राप्त जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के 60 वर्षीय चालक की संक्रमण के इलाज के दौरान मौत होने की पुष्टि की गयी है। झाबुआ में पदस्थ यह चालक की मौत के बाद आदिवासी बहुल जिले में कोविड-19 से ये मौत का पहला मामला है। यह चालक स्वास्थ्य विभाग की टीकाकरण इकाई में पदस्थ था तथा शासकीय मनोरमा राजे टीबी चिकित्सालय में इलाज के दौरान कोरोना से जंग को हार गया ।
झाबुआ के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) बीएस बारिया ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग का चालक छह मई को कुछ टीका लेने इंदौर आया था जो देश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में शामिल है। सीएमएचओ के मुताबिक इंदौर से लौटने के बाद उसकी की तबीयत बिगड़ी और 10 मई को आयी जांच रिपोर्ट में वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। गंभीर हालत के मद्देनजर उसे 11 मई को इंदौर के एमआरटीबी चिकित्सालय भेज दिया गया था।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 का यह मरीज उच्च रक्तचाप, मधुमेह और हार्निया से पहले ही जूझ रहा था। तमाम कोशिशों के बावजूद उसकी जान नहीं बचायी जा सकी। यह हमारे जिले के किसी मरीज की कोविड-19 से पहली मौत है। बारिया ने बताया कि सूबे के पश्चिमी हिस्से में स्थित झाबुआ जिले में अब तक कोविड-19 के 11 मरीज मिले हैं। इस बीच, मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ ने मांग की कि ड्यूटी के दौरान कोविड-19 से संक्रमित हुए कर्मचारी के शोक में डूबे परिवार को प्रदेश सरकार द्वारा 50 लाख रुपये का मुआवजा जल्द से जल्द प्रदान किया जाना चाहिये।