नई दिल्ली, 16 अप्रैल (एजेंसी)। हंगर हेल्पलाइन लॉकडाउन में भूखे व्यक्ति तक खाना पहुंचाने का जरिया। जैसे-जैसे लॉकडाउन की अवधि बढ़ रही है, वैसे ही हेल्पलाइन पर तरह तरह की फरमाइशें आने लगी हैं। लोग हेल्पलाइन पर फोन करके कवाब, पिज्जा, शराब और पनीर टिक्का मांग रहे हैं। फरमाइश पूरी न होने पर प्रशासन के कर्मचारियों को पानी पी पीकर कोस रहे हैं।
कोरोना की वजह से सरकार को अचानक दिल्ली में लॉकडाउन लगाना पड़ा। दुकानों से लेकर फैक्ट्रियां तक बंद हैं। सरकार ने आदेश जारी कर कहा कि इस लॉकडाउन में जो जहां है वही रहेगा, ऐसे में बहुत से लोगों के सामने खाने का संकट पैदा हो गया। कोई व्यक्ति ऐसे समय में भूखा न सोए जब होटल से लेकर ढ़ाबे तक बंद पड़े हैं, सरकार ने ऐसे लोगों की मदद के लिए दिल्ली के हर एक जिले में हंगर हेल्पलाइन शुरू की। प्रशासन के कर्मचारी फोन पर किसी के भूखे होने की सूचना मिलते ही लोगों के घर तक खाना पहुंचा रहे हैं।
वहीं, प्रशासन के कर्मचारी अब हेल्पलाइन पर आने वाली तरह तरह की फरमाइशों से परेशान हो चुके हैं। हेल्पलाइन नंबर पर सबसे ज्यादा मांग शराब की आ रही है, कुछ बोतल मांग रहे हैं तो कुछ कह रहे हैं एक घूंट भी हो वह उससे काम चला लेंगे। यमुनापार में प्रशासन के तीन जिले पूर्वी, उत्तरी पूर्वी व शाहदरा हैं, एक दिन में करीब तीन हजार लोगों को हंगर हेल्पलाइन के जरिए खाना पहुंचाया जा रहा है।
प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि सरकार ने जरूरतमंद लोगों के लिए यह हेल्पलाइन शुरू की है, लेकिन लोग हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके अपनी फरमाइशे बता रहे हैं। किसी को कवाब चाहिए तो कोई पनीर, चिकन टिक्का मांग रहा है। हेल्पलाइन में महिला कर्मचारियों की भागीदारी ज्यादा है, अधिकारियों ने बताया कि जब लोगों से कहा जाता है कि यह हेल्पलाइन फरमाइशें पूरी करने के लिए नहीं बनी है। यह सुनते ही वह महिलाओं के साथ अभद्रता करने लगते हैं।