जरुरतमंदो को राशन न मिलने पर निगम पार्षद नीलम भारद्वाज धरने पर बैठी
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आवास विकास परिषद के गेस्ट हाउस के पास दिया था धरना
प्रशासनिक अधिकारियों ने समझाकर धरने को खत्म किया
साहिबाबाद, 1 मई (एजेंसी)। कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के उद्देश्य से लागू लॉकडाउन के चलते सरकार ने जरूरतमंदों को राशन देने की घोषणा की थी,इसके बावजूद कई ऐसे क्षेत्र है जहाँ के जरूरतमंद लोग आज भी सहायता से वंचित है । ऐसा ही जब साहिबाबाद में हुआ तो जरुरतमंदो को राशन न मिलने की शिकायत पर किसी तरह की कोई कार्यवाही न होने पर वार्ड-77 वैशाली की निगम पार्षद नीलम भारद्वाज आवास विकास परिषद के गेस्ट हाउस के पास धरने पर बैठ गयी हालाँकि जल्द ही उन्हें समझाकर धरने से हटा दिया गया। सूत्रों की माने तो प्रशासनिक अधिकारियों ने पार्षद के धरने पर बैठने को एक तरह की राजनीति बताते हुए मामले को रफा दफा कर दिया।
निगम पार्षद नीलम भारद्वाज वैशाली में रहती हैं। उनका आरोप है कि उनके वार्ड में जरूरतमंदों को कई दिनों से राशन नहीं मिल रहा है। इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन सहित अन्य नंबरों पर की गई, लेकिन मदद नहीं मिली। प्रशासनिक अधिकारियों से भी गुहार लगाई गई लेकिन जरूरतमंदों को मदद न मिलने के कारण बृहस्पतिवार को वह आवास विकास परिषद के गेस्ट हाउस में एसडीएम प्रशांत तिवारी से मुलाकात करने पहुंचीं। आरोप है कि वहां कुछ कर्मचारियों ने बदतमीजी की। इसके बाद निगम पार्षद गेस्ट हाउस के पास ही धरने पर बैठ गईं। इस दौरान उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसके बाद इंदिरापुरम एसएचओ अमित खारी मौके पर पहुंचे। धरने पर बैठी निगम पार्षद को अधिकारियों ने समझा-बुझाकर वहां से हटाया।
नीलम भारद्वाज ने बताया कि जरूरतमंदों को राशन देने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने सूची मांगी, वह भी उनको उपलब्ध करवा दी गई है। बृहस्पतिवार शाम को 20 जरूरतमंदों को पुलिस की गाड़ी में राशन लाकर दे दिया गया है। बयान बदतमीजी और जरूरतमंदों को राशन न दिए जाने का आरोप गलत है। निगम पार्षद का धरने पर बैठना राजनीतिक कदम है। वह चाहती हैं कि राशन उनके हिसाब से बंटे, उन्हें बताया गया है कि ऐसा नहीं हो सकता है।