एक दिन के वेतन के अलावा एसोसिएशन ने सभी अभियंताओं के सहयोग से 11 लाख रूपये की सहायता धनराशि अलग से देने का निर्णय
-
अभियंता विद्युत, जल एव अन्य आवश्यक सेवाओं की पूर्ति करने में अथक प्रयास
प्रधानमंत्री के लाॅकडाउन को शतप्रतिशत सफल बनाना भी हमारी जिम्मेदारी है
लखनऊ, 1 अप्रैल (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश में अभियंत्रण विभाग और निगम में कार्यरत लगभग 15000 अभियंताओं ने अपने एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करने का फैसला लिया है । सूत्रों की माने तो यह धनराशि लगभग पांच करोड़ रूपये तक होगी।
यूपी इंजीनियर्स एसोसिएशन के महासचिव आशीष यादव ने बताया कि एक दिन के वेतन के अलावा एसोसिएशन ने सभी अभियंताओं के सहयोग से 11 लाख रूपये की सहायता धनराशि अलग से देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के लाॅकडाउन को शतप्रतिशत सफल बनाना भी हमारी जिम्मेदारी है। ऐसी परिस्थिति में अभियंता संवर्ग कई स्तर पर सहयोग कर रहा है। कुछ इंजीनियर स्वतः ही किसी ना किसी राहत कोष में सहायता कर रहे है।
अभियंता विद्युत, जल एव अन्य आवश्यक सेवाओं की पूर्ति करने में अथक प्रयास कर रहे है। मजिस्ट्रेट की ड्यूटी में कालाबाजारी, जमाखोरी पर लगाम लगाने से लेकर कंट्रोल रूम में कार्यरत है। एसेसिएशन प्रदेश सरकार को इस बात का पूरा विश्वास दिलाता है कि इस आपदा की घड़ी में अभियंता संवर्ग की जैसी जरूतर होगी अभियंता संवर्ग सरकार के निर्देश का पालन करेगा।