- फरीदाबाद साइबर क्राइम थाने की पुलिस की थर्ड डिग्री से डरकर की युवती ने आत्महत्या
- पुलिस ने किया थर्ड डिग्री इस्तमाल करने के आरोप से इंकार
- पुलिस ने कहा कि युवती के स्वजन के आरोपों की छानबीन की जा रही है
गुरुग्राम, 27 दिसंबर (एजेंसी)। राजेंद्रा पार्क निवासी 21 वर्षीय आशा ने शनिवार को अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आरोप है कि उसने ऐसा कदम फरीदाबाद साइबर क्राइम थाने की पुलिस की थर्ड डिग्री से डरकर उठाया। उसका भाई शंकर धोखाधड़ी का आरोपित है। उसकी तलाश में क्राइम ब्रांच की टीम बृहस्पतिवार शाम गुरुग्राम पहुंची थी लेकिन वह चकमा देकर फरार होने में कामयाब हो गया।
शंकर के ऊपर दबाव बनाने के लिए टीम उसकी पत्नी व उसके जीजा संदीप को उठाकर फरीदाबाद ले गई। सल्हज के सामने ही संदीप के कपड़े उतारकर पिटाई की गई। इससे डरकर आशा ने फांसी लगा ली। उसे मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। स्वजन का कहना है कि जब तक फरीदाबाद साइबर क्राइम थाने की टीम के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज नहीं किया जाता, तब तक वह अस्पताल से शव लेकर नहीं जाएंगे। इधर, साइबर क्राइम थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर बसंत कुमार का कहना है कि संदीप के साथ थर्ड डिग्री इस्तेमाल नहीं की गई थी। न ही युवती को टीम उठाकर लाई थी। समाचार लिखे जाने तक राजेंद्रा पार्क थाना पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया था। यह है पूरा मामला कुछ दिन पहले फरीदाबाद क्राइम ब्रांच के पास एक व्यक्ति ने धोखाधड़ी की शिकायत की थी।
यह भी पढ़ें : बतौर साइड कलाकार सलमान ने शुरू किया था अपना करियर
इस शिकायत के आधार पर दिल्ली से राहुल नामक युवक को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में उसने स्वीकार किया था कि वह लोन दिलाने के नाम पर लोगों से मिलता था। फिर खाते के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर उसमें से रुपये निकाल लेता था। उसने यह भी बताया था कि गुरुग्राम के राजेंद्रा पार्क इलाके में रहने वाला शंकर भी उसकी तरह ही धोखाधड़ी का काम करता है। इस पर राहुल को लेकर बृहस्पतिवार शाम क्राइम ब्रांच की टीम गुरुग्राम में वाटिका चौक के नजदीक पहुंची।
यह भी पढ़ें : 19 साल की उम्र में सलमान खान अपने पहले प्यार शाहीन के लिए थे दीवाने
राहुल से कहा कि वह शंकर को मौके पर बुलाए। टीम में एएसआइ प्रमोद कुमार सहित कई पुलिसकर्मी शामिल थे। टीम के सदस्य अलग-अलग जगह कुछ दूरी पर खड़े हो गए थे। उसी समय हेलमेट लगाकर शंकर बाइक से पहुंचा और राहुल को अपने साथ भगा ले गया। भगाने के दौरान उसने हवलदार चरण सिंह को धक्का भी दिया। इसके बाद बृहस्पतिवार देर रात टीम शंकर के घर पहुंची थी। यह जांच से सामने आएगा कि टीम शंकर की पत्नी व उसके जीजा संदीप को उठाकर ले गई थी या फिर दोनों स्वयं फरीदाबाद पहुंचे थे। गुरुग्राम के राजेंद्रा पार्क थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह का कहना है कि युवती के स्वजन के आरोपों की छानबीन की जा रही है। आरोपित सही होने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह भी पढ़ें : BJP ने अरुणाचल में अमित्रतापूर्ण व्यवहार किया : केसी त्यागी