बढ़ते प्रदूषण के कारण पटाखों पर लगा प्रतिबंध
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प्लास्टिक की बंदूक चलाने में आती है पटाखे जैसी आवाज
बाजार में पटाखा बंदूकें 100 रुपये से लेकर 250 रुपये तक में बिक रही हैं
नोएडा, 12 नवंबर (एजेंसी)। दिल्ली एनसीआर में लगातार बढ़ते प्रदूषण के कारण इस वर्ष पटाखों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। दीपावली में बच्चों के लिए बाजारों में पटाखों के बजाय आवाज वाली बंदूक आकर्षण बन रही हैं। प्रदूषण मुक्त दीपावली मनाने के लिए इस वर्ष पटाखे नहीं जलाए जाएंगे, ऐसे में पटाखों के जलाने की आवाज वाले कई खिलौने और छोटी प्लास्टिक की बंदूक बच्चों के मन को भा रही हैं। ऐसे वह वायु प्रदूषण से बचाव भी कर रहे हैं और त्योहार का आनंद भी उठा रहे हैं। प्लास्टिक की बंदूक को चलाने में आवाज पटाखे जलाने जैसी आती है, लेकिन प्रदूषण नहीं होता, बाजार में पटाखा बंदूकें 100 रुपये से लेकर 250 रुपये तक में बिक रही हैं।
बाजारों में रौनक बढ़ी
दीपोत्सव से पहले शहर के प्रमुख बाजारों में रौनक बढ़ गई है। लोग धनतेरस की खरीदारी के साथ ही दीपावली की खरीदारी भी कर रहे हैं। घर की साज-सज्जा से लेकर, झालर आदि खरीदने के लिए लोग इस वर्ष विदेशी सामग्री का बहिष्कार करते हुए स्वदेशी उत्पादों की तरफ बढ़ने लगे हैं।
वोकल फॉर लोकल को दिया जा रहा है बढ़ावा
इस वर्ष प्रधानमंत्री के अनुरोध पर लोग व्यापारियों से स्थानीय सामान खरीद रहे हैं। वोकल फार लोकल को बढ़ावा देते हुए शहरवासी आनलाइन खरीदारी के बजाय घर के पास स्थानीय बाजारों से खरीदारी कर रहे हैं। सेक्टर-110 निवासी अल्का वर्मा ने बताया कि वह कोरोना काल में सावधानी बरतते हुए दीपावली की खरीदारी कर रही हैं, स्थानीय बाजार को बढ़ावा देते हुए चाइना के सामान का बहिष्कार कर रही हैं।
जगह जगह सजी दुकानें
दीपों के त्योहार दीपावली के दिन को खास बनाने के लिए शहर में जगह-जगह मिट्टी के दीये के साथ ही मिट्टी के सजावटी सामान की दुकानें सज गई हैं। अट्टा, भंगेल, कंचनजंगा मार्केट, मामूरा आदि बाजारों में लोग इस वर्ष खास मिट्टी से बनाए गए फूलदान, भगवान गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति, दीपावली में सजाए जाने वाले फ्लोटिग पाट आदि खास पसंद किए जा रहे हैं। पर्यावरण को बचाने का संकल्प लेते हुए शहरवासी इस वर्ष मिट्टी की सामग्री का खास इस्तेमाल कर रहे हैं।
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