-
लापता कारोबारी दो दिन पहले ही नोएडा स्थित दुकान से निकले थे
-
मंगलवार को कारोबारी के परिजनों ने कराई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज
-
पुलिस को थी कारोबारी से लूट की आशंका
गाज़ियाबाद, 25 नवंबर (एजेंसी)। विजय नगर से लापता कारोबारी बुधवार की दोपहर जेवर टोल प्लाजा के पास स्थित रेस्टोरेंट में मिले हैं। वह दो दिन पहले ही घर से नोएडा स्थित दुकान के लिए निकले थे, लेकिन उसके बाद से वह लापता हो गए थे। मंगलवार को उनके परिजनों ने उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
क्षेत्राधिकारी प्रथम अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि शांति नगर में रहने वाले ग्रोसरी कारोबारी प्रदीप कुमार सोमवार को अपनी दुकान के लिए निकले, लेकिन देर रात तक न तो वह दुकान पहुंचे और न ही वह वापस लौटे। पूरी रात तलाश करने के बाद उनके छोटे भाई कुलदीप ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने उनकी मोबाइल लोकेशन को ट्रेस करते हुए बुधवार की सुबह उन्हें जेवर टोल प्लाजा के पास स्थित रेस्टोरेंट से बरामद कर लिया है। पुलिस ने उनसे काफी पूछताछ भी की है, लेकिन उन्होंने अपने घर से बिना बताए जाने की वजह नहीं बताई है। हालांकि उनके छोटे भाई कुलदीप ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि तीन दिन पहले उनके भाई और भाभी के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। उसी समय से दोनों के बीच बोलचाल बंद थी और सोमवार को अचानक वह घर छोड़कर चले गए।
लूट की आंशका पर आठ घंटे हांफती रही पुलिस
कारोबारी जब घर से निकले तो उनके पास करीब 70 हजार रुपये नगद थे। उनके पास ब्रिजा गाड़ी थी। इन दोनों चीजों की वजह से सूचना मिलते ही आशंका प्रबल हो गई कि कारोबारी प्रदीप कुमार के साथ लूट हुई है। आनन फानन में पुलिस ने उनके मोबाइल की लोकेशन निकलवाई। पहली बार लोकेशन इटावा का और दूसरी बार मथुरा की मिली, इससे भी इस आशंका को बल मिला। ऐसे में पुलिस की दो टीम तत्काल दोनों लोकेशन के लिए रवाना कर दी गईं। वहीं एक टीम ने उनके घर से जेवर टोल प्लाजा तक के सीसीटीवी कैमरे देखना शुरू किए। करीब आठ घंटे की मेहनत के बाद टोल पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कारोबारी अपनी गाड़ी में अकेले जाते दिखे। इससे पुलिस ने राहत की सांस ली।
भाई ने कहा-थैंक्यू गाजियाबाद पुलिस
क्षेत्राधिकारी के निर्देश पर सीसीटीवी देखने वाली टीम के साथ कारोबारी के भाई को भी रख लिया गया था। यह टीम जैसे ही सीसीटीवी देखते हुए जेवर टोल पर पहुंची, और कुलदीप ने अपने भाई को देख लिया तो वह खुश हो गया। वहीं, थोड़ी ही देर बाद जैसे ही कारोबारी के रेस्टोरेंट में बैठे होने की सूचना मिली, कुलदीप वहीं उछलने लगे। उन्होंने कहा कि थैंक्यू गाजियाबाद पुलिस। उन्हें उम्मीद नहीं थी कि पुलिस आम जन के लिए इतना प्रयास करती है। भाई को लेकर गाजियाबाद लौटने पर कुलदीप ने खुद क्षेत्राधिकारी कार्यालय पहुंच कर गाजियाबाद पुलिस का आभार जताया।