शिक्षक समेत 4 लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया
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राशन वितरण केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न के बराबर
राशन वितरण में लगे शिक्षक के संक्रमित होने के नए मामले
नई दिल्ली, 15 मई (एजेंसी)। लॉकडाउन में चलते कई लोग दाने दाने के लिए मोहताज हो गए, ऐसे में दिल्ली में शिक्षक गरीबों तक मदद के लिए आगे आये ताकि कोई भूखा न सोए और जान को जोखिम में डाल स्कूलों में खाना वितरण करने के साथ साथ राशन भी उपलब्ध कराने का काम कर रहे हैं। हालाँकि इस महामारी ने इन मदद करने वालें शिक्षकों की भी नहीं बक्शा। मास्क और सैनिटाइजर और फेस शील्ड का इस्तेमाल करने के बावजूद राशन वितरण में लगे शिक्षक के संक्रमित होने के नए मामले सामने आ रहे हैं।
शिक्षक समेत 4 लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया
मामला दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के शिक्षक का है। शिक्षक बिंदापुर के एक स्कूल में राशन वितरण के कार्य में लगे थे, उन्हें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। एहतियातन शिक्षक समेत 4 लोगों को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। राशन वितरण के कार्य में शिक्षक के कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने का यह नया मामला नहीं हैं। क्योंकि, इससे पहले उत्तरी निगम के दो शिक्षक भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। दुखद बात यह है कि इसमें अनुबंध पर कार्यरत रही महिला शिक्षिका बैकाली सरकार की कोरोना के चलते जान भी चली गई है।
राशन वितरण केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न के बराबर
शिक्षकों के कोरोना संक्रमित होने पर शिक्षक यूनियन इसके लिए सुरक्षा इंतजामों को जिम्मेदार ठहरा रही है। यूनियन का कहना है कि राशन वितरण केंद्रों पर पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं। शिक्षक न केवल खुद ही बोरी उठाते हैं बल्कि राशन वितरण करने के दौरान भी लोग बहुत नजदीक आ जाते हैं। शिक्षक न्याय मंच नगर निगम के अध्यक्ष कुलदीप खत्री ने बताया कि राशन वितरण केंद्रों पर लोग शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं करते हैं। जैसे ही खाना आता है तो लोग दौड़ पड़ते हैं। उन्होंने बताया कि सूखा राशन देने पर शिक्षकों को लाभार्थी से हस्ताक्षर कराने पड़ते हैं या फिर अंगूठा लगवाना पड़ता है जिससे संक्रमण फैलने की संभावना बढ़ जाती है।