सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक हो रही है सब्जी व फलों की आपूर्ति
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कालाबाजारी और मुनाफाखोरी पर सरकार ने लगायी लगाम
सोशल डिस्टेंसिंग का रखा जा रहा है पूरा ख्याल
कोरबा, 04 मार्च (एजेंसी)। लॉकडाउन के शुरूआती दिनों में मंडियों में सब्जियों की आवक कम होने से बढ़ते दाम और कम उपलब्धता की समस्या अब समाप्त हो चुकी है। पिछले दिनों छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में लगे माल वाहक वाहनों को सुगम तरीके से चलाने की अनुमति दी थी जिसके बाद से कोरबा की थोक मंडियों सहित फल, सब्जियों के फुटकर विके्रताओं की दुकानों तक पर्याप्त मात्रा में सब्जियां पहुंचने लगी हैं।
चावल, दाल, आटा, तेल, दूध, आलू और मसालों से भरे ऐसे 20,000 पैकेट रायपुर नगर निगम ने तैयार किए हैं। ये पैकेट ज़रूरतमंदों को वितरित किए जाएंगे।
महापौर ऐजाज़ ढेबर ने आज मुख्यमंत्री निवास में आकर इसकी जानकारी दी। pic.twitter.com/q5ihd3kywJ
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) March 28, 2020
सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक हो रही है सब्जी व फलों की आपूर्ति
टमाटर, आलू, प्याज, मिर्च, धनिया, भिंडी, गोभी, बैगन सहित अन्य हरी सब्जियां भी भरपूर मात्रा में बाजारों में उपलब्ध हैं। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने भी थोक व्यापारियों से लेकर सब्जी बेचने वाले फुटकर विके्रताओं से मिलकर उनकी परेशानियां जानी थीं और सब्जी तथा फलों की पर्याप्त आपूर्ति बनाये रखने के लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए थे।
सब्जी और राशन की माल वाहक गाड़ियों को चलाने की अनुमति श्रीमती कौशल का कोरबा वासियों के हित में लिया गया महत्वपूर्ण निर्णय था। अब रोज जिला प्रशासन द्वारा तय किये गये सुबह 10 से शाम चार बजे तक के समय में कोरबा वासी बाजारों में पहुंच कर आसानी से सब्जियां फल आदि खरीद रहे हैं।
जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं, उनके लिए भी राशन की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।
राज्य की हर ग्राम पंचायत में जरूरतमंद लोगों के लिए दो क्विंटल चावल रखने का निर्देश दिया गया है। pic.twitter.com/aGlQrbDl7c
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) March 28, 2020
कालाबाजारी और मुनाफाखोरी पर सरकार ने लगायी लगाम
आवक बढ़ जाने से सब्जियों और फलों के दाम भी पूरी तरह से नियंत्रण में है। पिछले 10 दिनों से कोरबा के बाजारों में आलू 20 से 25 रूपये किलो, प्याज 30 से 35 रूपये किलो, और अन्य हरी सब्जियां भी नियंत्रित दामों पर ही बिक रही है। लॅाक डाउन (Lockdown) के शुरूआती दिनों में आवक कम होने के कारण टमाटर की कीमतें 50 रूपये किलो तक पहुंच गई थी जोकि अब घटकर 20 से 25 रूपये किलो तक आ गई है। जिला प्रशासन कोरबा आवश्यक वस्तुओं की लोगों तक आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सजग और गम्भीर है तथा बाजारों में लगातार निगरानी करने के कारण दूध, फल, सब्जी के दामों में अनावश्यक बढ़ोत्तरी नहीं हुई है तथा कालाबाजारी और मुनाफाखोरी पर भी पूरी तरह से नियंत्रण है।
कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी की रोकथाम के लिए राज्य सरकार द्वारा एक बड़ा निर्णय लिया गया है।
कोरोना महामारी के नियंत्रण हेतु जिलों में आवश्यकतानुसार चिकित्सक एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों की अस्थाई संविदा नियुक्ति का अधिकार जिला कलेक्टरों को सौंपा गया है।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) March 29, 2020
सोशल डिस्टेंसिंग का रखा जा रहा है पूरा ख्याल
थोक सब्जी बेचने वालों ने बताया कि पर्याप्त मात्रा में सब्जियां मण्डी में आ रही है तथा सब्जियों के परिवहन में लगी गाड़ियों पर कोई रोक-टोक नहीं है और खेत तक मजदूर भी काम करने के लिये जा रहे हैं। जिससे शहर में सब्जियों की आपूर्ति पर्याप्त मात्रा में बनी हुई है। राज्य शासन ने राज्य में लागू लॉकडाउन के दौरान लोगों तक अति आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बने रहे तथा कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे, इसके लिये कई राहतभरे फैसले लिये हैं।
राज्य शासन द्वारा कोरोना वायरस (Coronavirus) के रोकथाम तथा नियंत्रण हेतु समस्त परिवहन सेवाओं को बंद कर दिया गया है। लेकिन आमजनों तक आवश्यक वस्तुओं की पहुंच पर्याप्त मात्रा में बनी रहे, इसके लिये आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति कोरोना वायरस से बचाव हेतु जरूरी उपाय करते हुये परिवहन करने में छूट दी गई है तथा किसान, मजदूरों को सब्जियों-फसलों के खेतों में निश्चित दूरी बनाकर और पर्याप्त सावधानी बरतकर खेतों में काम करने के निर्देश दिये हैं।