चेतन आनंद: फूल तितली झील झरने चाँद तारे रख दिए
Chetan anand Hindi Gazal: Fool titali jheel jharne chaand tare rakh diye
फूल तितली झील झरने चाँद तारे रख दिए
मेरी दो आँखों में उसने सब नज़ारे रख दिए।
मानता हूँ ज़िन्दगी की गोद तो मेरी ही थी
हाँ मगर इस गोद में सपने तुम्हारे रख दिए।
उसकी ख़ातिर उसके दरवाज़े पे अपना दिल रखा
प्यार तो रक्खा ही रक्खा सुख भी सारे रख दिए।
वो तवायफ है तो क्या उसमें भी माँ रहती तो हैए
मैंने उसके चरणों में गंगा के धारे रख दिए।
और फिर भी माँ ने मुझको खूब मीठापन दिया
मैंने उसके सामने आंसू जो खारे रख दिए।
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