इतनी ऊँची इसकी चोटी कि सकल धरती का ताज यही । पर्वत-पहाड़ से भरी धरा पर केवल पर्वतराज यही ।।...
Hindi Poem on Himalaya by Sohanlal diwedi dekho kaise khada himalaya युग युग से है अपने पथ पर देखो कैसा...