66 वर्षीय आसमा जहांगीर का रविवार (11 फरवरी 2018) को दिल का दौरा पड़ने से लाहौर में निधन हो गया है । आपको बता दे कि आसमा जानी-मानी सीनियर वकील और मानवाधिकार कार्यकर्ता थीं तथा कुलभूषण जाधव मामले में इन्होने पाकिस्तान सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की थी।
जहांगीर का जन्म जनवरी 1952 में लाहौर में हुआ था तथा उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से एलएलबी की पढ़ाई पूरी करने के बाद लाहौर हाई कोर्ट और पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट में भी कार्यरत रहीं । आपको बता दे कि वह पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट बार असोसिएशन की पहली महिला अध्यक्ष थीं।
1983 में आसमा को जेल भी हुई थी तथा वकीलों से जुड़े आंदोलन में भी इन्होने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था, जिसके चलते इन्हें घर में ही नजरबंद कर दिया गया था, इतना ही नहीं उन्हें कई सम्मानों से भी नवाजा गया है । UNESCO ने भी इन्हें मानव अधिकार के पक्ष में कार्य करने हेतु सम्मानित किया था।