- धरने पर बैठे किसानों का समूह दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा
- महिलाएं भी ट्रैक्टर चलाकर सिंघु-कुंडली बॉर्डर पर पहुंची
- राजेंद्र खत्री ने कहा कि सरकार को कृषि कानूनों को वापिस लेना ही होगा
सोनीपत, 09 फरवरी (एजेंसी)। सोनीपत ज़िले के कई गांवों के पुरुष व महिलाएं सिंघु कुंडली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में बैठे कृषि कानूनों को वापिस लेने के विरोध में किसानों को अपना समर्थन देने के लिए अपने अपने गांवों से रवाना हुए। जिसमें कई खापों व पंचायतों के ग्रामीण शामिल थे।
कृषि कानूनों को वापिस लेने के लिए धरने पर बैठे किसानों का समूह दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। दूरग्रामीण अपना समर्थन देने के लिए रोज़ाना पहुँच हैं। आज मंगलवार को जटवाड़ा 360 खाप के प्रधान राजेंदर खत्री के आवाहन पर ज़िले के 360 खाप सोनीपत, बारहा खाप बड़वासनी, चौरासी खाप, जाहरी गांव, जटवाड़ा, ठरू उल्देपुर, बड़वासनी, चटिया, पांची, सांदल कलां, पुरखास व अन्य कई गांवों के किसान व ग्रामीण शामिल थे।
इस अवसर पर महिलाएं भी ट्रैक्टर चलाकर सिंघु-कुंडली बॉर्डर पर पहुंची। इस अवसर पर जटवाड़ा 360 खाप के प्रधान राजेंद्र खत्री ने कहा कि किसानों का हक़ हम लेकर रहेंगे चाहे हमें हमें कितना भी संघर्ष क्यों ना करना पड़े। उन्होंने कहा कि सरकार को इस कृषि कानूनों को वापिस लेना ही होगा।
इस अवसर पर कवर रहलवा, जसबीर मलिक, विक्रम, प्रदीप, प्रवेश, सागर, विक्रांत, रविंद्र जाहरी, देवेंद्र, ओम प्रकाश, विनोद, तस्वीर, धीरेन्द्र, जोगिन्द्र, राजवंती, इंदु, सुनीता, संतोष, शिला, बिमला, प्रेमवती व अन्य कई ग्रामीण मौजूद थे।