- मूसा के राज में एक साल में लगभग 1000 किलो सोने के उत्पादन होता था
- वर्तमान समय में टिम्बकटू अफ़्रीकी देश माली का एक शहर है
- मनसा मूसा का असली नाम मूसा किटा प्रथम था
- जिंगारेबेर मस्जिद का निर्माण भी इसी काल ने हुआ था
नई दिल्ली, 12 मार्च। यदि कोई आपसे पूछे कि इतिहास में सबसे अमीर आदमी कौन है तो आप शायद किसी मुग़ल बादशाह या टाटा-बिरला जैसे किसी उद्योगपति का नाम लोगे । मगर आपको जानकार हैरानी होगी कि एक आदमी इतना अमीर था कि उसकी संपत्ति का अंदाज़ा लगाना भी बेहद मुश्किल था । हम जिसकी बात कर रहे है वो है टिम्बकटू का राजा मनसा मूसा प्रथम ।
वर्तमान समय में टिम्बकटू अफ़्रीकी देश माली का एक शहर है । मूसा ने माली पर उस समय राज किया जब वहां सोने का अपार भण्डार थे । अनुमान है कि मूसा के राज में एक साल में लगभग 1000 किलो सोने के उत्पादन होता था । मनसा मूसा का असली नाम मूसा किटा प्रथम था परन्तु बादशाह बनने के बाद उसे मनसा के नाम से पुकारा जाने लगा क्योंकि मनसा का मतलब बादशाह होता है । मूसा की सल्तनत इतनी बड़ी थी कि उसका अंदाज़ा नहीं लगाया जा सकता । मूसा ने 25 साल तक शासन किया ।
अपने शासन काल में मूसा ने कई मस्जिदों का निर्माण करवाया । जिंगारेबेर मस्जिद का निर्माण भी इसी काल ने हुआ था, जो आज तक मौजूद है । मूसा की शोहरत का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मूसा एक बार मक्का की यात्रा पे निकले । यह यात्रा साढ़े छह हज़ार किलोमीटर की थी, जिसमे 60 हज़ार लोग शामिल थे । इन लोगों में 12 हज़ार मूसा के निजी अनुयायी थे । मूसा के घोड़ों के आगे रेशम के लिबास में 500 लोगों का एक दस्ता था जिनके पास सोने की एक एक छड़ी थी । मूसा के काफिले में 80 ऊंटों का जत्था था जिसमे हर ऊंट के ऊपर 136 किलो सोना लदा हुआ था ।
मूसा की उदारता के किस्से भी काफी मशहूर है । उनके बारे में प्रचलित है कि जब वो काहिरा, मिस्त्र की राजधानी, से गुज़रे तो वहां उन्होंने इतना दान दिया कि वहां बड़े पैमाने पर महंगाई बढ़ गयी थी ।